खेतों में पानी के जमा होने, पानी की टंकियों और तालाबों का निर्माण भूस्खलन का मुख्य कारण है। मलबे को हटाने में मदद के लिए राजमार्ग विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस और दमकल एवं राहत विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं।
तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में कुक्कलथोरई के आसपास के 10 गांवों का गुरुवार को कोठागिरी रोड पर भारी भूस्खलन के बाद मुख्य मार्ग से संपर्क टूट गया। अधिकारियों के मुताबिक, 10 गांवों को कस्बों से जोड़ने वाली सड़कें पूरी तरह से मलबे में दब गईं। उधगमंडलम पंचायत के तहत आने वाले गांवों में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। उयिलहट्टी झरने के पास 200 मीटर तक फैले भूस्खलन के कारण कोठागिरी और उसके आसपास के चाय बागान और कृषि भूमि भी बह गई। भूस्खलन से 10 गांव प्रभावित हुए।
सूत्रों की मानें तो प्रारंभिक जांच में पता चला है कि खेतों में पानी के जमा होने, पानी की टंकियों और तालाबों का निर्माण भूस्खलन का मुख्य कारण है। मलबे को हटाने में मदद के लिए राजमार्ग विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस और दमकल एवं राहत विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं। मलबा हटाने के दौरान भूस्खलन की आशंका के डर से अभियान प्रभावित हुआ।